Cheque Bounce Case News : चेक बाउंस लेकर आरबीआई ने जारी किया नया नियम लागू जल्दी देखें ।
आप सभी को बता दे कि भारत सरकार की तरफ से एक न्यूज़ जारी किया गया है चेक को लेकर के जो कि आप लोगों को जाना बहुत ही जरूरी है इसमें आरबीआई ने अहम रोल निभाते हुए सभी को प्रदर्शित माध्यम से यह न्यूज़ को जानकारी को जागरूक करने के लिए है बात रखी गई है चेक बाउंस को लेकर अभी-अभी आरबीआई के द्वारा बड़ी खबर के अनुसार आप लोग को बता देंगे चेक बॉक्स लेकर पहले काफी लोगों को परेशानी होती थी और काफी नुकसान आ जाता था लेकिन नए नियम लागू होने से लोगों को राहत भरी खबर आ रही है आप सभी को बता देंगे जहां पहले से अधिक अभी दंड भुगतान बढ़ सकता था साथ में ही बैंकिंग लेनदेन में डिजिटल तकनीकी सेवा में अधिक प्रयोग से ग्राहकों को ज्यादा सुरक्षा मिलेगा या कम ना धोखाधड़ी में भी काम आएगी बल्कि बहुत संचित रहने के लिए भी लोगों को है खबर काम आएगी जिसे उन लोगों को अधिक बचाव मिल पाएगा ।
आरबीआई के नए नियम चेक बॉक्स को लेकर क्या है ।
आप सभी को बता दे कि आरबीआई ने एक नया नियम जारी करते हुए जब चेक वापस होता था तो अब लोगों को इसकी जानकारी बहुत देर से मिलती थी इस स्थिति में लोगों से करने में काफी परेशानी होती थी अब विवाद हुए देखने को मिलता था इस नए नियम के अंतर्गत आप किसी का भी चेक बाउंस होता है तो उसे 24 घंटे के अंदर में बैंक के द्वारा उन्हें एसएमएस से ही मिलकर जरिए जानकारी दिया जाएगा और दोनों पास समय कम पर उठा सकते हैं और जल्द से जल्द आप सभी को पैसा चेक के जरिए बना करके दिया जाएगाबता दे कि नए नियम के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति का चेक लगातार तीन बार बाउंस हो जाता है तो बैंक की ओर से उसे अकाउंट को स्थाई रूप में फ्रिज किया जा सकता है वही यह कदम इसलिए उठाए गए हैं ताकि भुगतान प्रणाली में अनुशासन बनाए जा सके लिए और जानते हैं नीचे की लेख में पूरी जानकारी विस्तार से जानना होगा ।
चेक बाउंस होने से बचाव का तरीका जाने ?
आप सभी को बता दे कि कई कर्म के चलते चेक बस की प्रक्रिया होते हैं वहीं अगर चेक बाउंस होने से बचाव चाहते हैं तो खाते पर्याप्त बैलेंस रखें इसके चेक बाउंस की प्रक्रिया ना हो वहीं इसके साथ चेक का पत्रिका और प्राप्त करता का नाम सही तरीके से भरे ताकि चेक बस ना हो सके ।
चेक बाउंस पर सजा के प्रावधान जाने ?
आप सभी को बता दे की चेक बाउंस को लेकर के आप सभी को बात को जानना बहुत जरूरी है क्योंकि चेक बाउंस एक कानूनी प्रधान माना जाता है वहीं नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के तहत धारा 138 के तहत चेक बाउंस होने पर जून माना जाता है वही इस एक्ट के तहत व्यक्ति को 2 साल तक की सजा चेक की राशि ढूंढने तक का जुर्माना कोर्ट फीस और कानूनी घर जैसे सजा हो सकते हैं वही सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि 100 से 750 रुपए तक जुर्माना में बस चला जा सकता है ।